Renuka Fair Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के नाहन में स्थित गिरी नदी के तट पर अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय 5 दिवसीय रेणुका मेले का आज भव्य आगाज हुआ। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पारंपरिक रूप से भगवान परशुराम की पालकी को कंधा देकर इस मेले की शुरुआत की। यह मेला मां-बेटे के मिलन का प्रतीक माना जाता है और हर वर्ष हिमाचल प्रदेश की संस्कृति और परंपराओं का जीवंत स्वरूप प्रस्तुत करता है। मेले के शुभारंभ के अवसर पर गिरी नदी के किनारे पर स्थित मंदिर में देव पालकियों का स्वागत ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ किया गया, जिससे पूरा क्षेत्र भक्ति और उल्लास की ध्वनि से गूंज उठा।
मुख्यमंत्री ने इस पवित्र मेले की शुभकामनाएं देश-प्रदेशवासियों को दीं और इसे हिमाचल की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गौरव की बात है कि उन्हें पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रेणुका मेले का शुभारंभ करने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने हिमाचल को “देवभूमि” की उपमा देते हुए कहा कि यह राज्य अपनी पौराणिक और सांस्कृतिक धरोहरों के माध्यम से शांति और आध्यात्म का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने मीडिया से बातचीत के दौरान रेणुका बांध निर्माण को लेकर जानकारी दी कि इस परियोजना का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा, हालांकि फॉरेस्ट क्लीयरेंस के कारण फिलहाल निर्माण रुका हुआ है।